सुव्याहृतानि सुक्तानि सुकृतानि ततस्ततः।
सञ्चिन्वन् धीर आसीत् शिलाहरी शिलं यथा ॥
Vidur niti with hindi meaning
जैसे साधु – सन्यासी एक -एक दाना जोड़कर जीवन निर्वाह करते हैं, वैसे ही सज्जन पुरुष को चाहिए कि महापुरुषों की वाणी, सूक्तियों तथा सत्कर्मों के आलेखों का संकलन करते रहना चाहिए।