प्रसादो निष्फलो यस्य क्रोधश्चापि निरर्थकः।
न तं भर्तारमिच्छनित षण्ढं पतिमिव स्त्रियः ॥
Vidur niti with hindi meaning
जो थोथी बातों पर खुश होता हो तथा अकारण ही क्रोध करता हो ऐसे व्यक्ति को प्रजा राजा नहीं बनाना चाहती, जैसे स्त्रियाँ नपुंसक व्यक्ति को पति नहीं बनाना चाहती।