सह परिजनेन विलसति धीरो गहनानि तरति पुनरेकः ।
विषमेकेन निपीतं त्रिपुरजिता सह सुरैरमृतम् ॥
Sanskrit Subhashit with hindi meaning
जो व्यक्ति धीर (पराक्रमी और दृढ इच्छाशक्ति संपन्न) होते हैं वे अपने अनुयायियों को अत्यन्त विपरीत परिस्थितियों से भी अनेक बार बाहर निकालने के सामार्थ्य के कारण प्रसिद्ध होते हैं । देखो न ! त्रिपुर नामक दैत्य को जीतने वाले भगवान शिव ने अकेले ही हलाहल नाम के विष का पान कर अन्य सभी देवताओं को अमृत पीने का अवसर दे कर उनकी रक्षा की ।
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