सूर्यनमस्कार

ॐ सूर्य आत्मा जगतस्तस्युषश्च
आदित्यस्य नमस्कारं ये कुर्वन्ति दिने दिने।
दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि शोक विनाशनम्
सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम्॥


ॐ मित्राय नम:
ॐ रवये नम:
ॐ सूर्याय नम:
ॐ भानवे नम:
ॐ खगाय नम:
ॐ पूष्णे नम:
ॐ हिरण्यगर्भाय नम:
ॐ मरीचये नम:
ॐ आदित्याय नम:
ॐ सवित्रे नम:
ॐ अर्काय नम:
ॐ भास्कराय नम:


ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम:
आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीदमम् भास्कर।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते॥

Suryanamaskar with hindi meaning

जो लोग सूर्यदेव को हर रोज नमस्कार करते हैं उन्हें सहस्त्रों जन्म दरिद्रता प्राप्त नहीं होती। इसके साथ साथ सूर्योपासना से कुष्ठरोग, नेत्रादि रोग दूर होते हैं। जिनकी राशि में सूर्य देव अशुभ हों उन्हें अग्निरोग, ज्वय बुद्धि, जलन, क्षय, अतिसार आदि रोग हो सकते हैं प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से जातक निरोगी, वैभवशाली, सामर्थ्यवान, कार्यक्षमतावान, और पूर्णायु होने के साथ साथ उसका व्यक्तित्व भी प्रतिभाशाली होता है।

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ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम:
आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीदमम् भास्कर।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते॥

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