महाभारत श्लोक

सुखार्थिनः कुतो विद्या नास्ति विद्यार्थिनः सुखम् ।
सुखार्थी वा त्यजेद् विद्यां विद्यार्थी वा त्यजेत् सुखम् ॥
– महाभारत

Mahabharat Shlok with hindi meaning

जिसे सुख की अभिलाषा हो (कष्ट उठाना न हो) उसे विद्या कहाँ से ?
और विद्यार्थी को सुख कहाँ से ?
सुख की ईच्छा रखनेवाले ने विद्या की आशा छोडनी चाहिए, और विद्यार्थी ने सुख की ।

Where is education (wisdom) for pleasure seekers? There is no pleasure for those who seek knowledge. If you are a pleasure seeker, you must give up any quest for knowledge and a seeker of knowledge should sacrifice pleasure.- –Mahabharata, Udyoga

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सुखार्थिनः कुतो विद्या नास्ति विद्यार्थिनः सुखम् ।
सुखार्थी वा त्यजेद् विद्यां विद्यार्थी वा त्यजेत् सुखम् ॥
– महाभारत

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