गंधद्वारां दुराधर्षां नित्यपुष्टां करीषिणीम् ।
ईश्वरीं सर्वभूतानां तामिहोप ह्वये श्रियम् ॥
Laxmi Mantra with hindi meaning
जो दुराधर्षा तथा नित्यपुष्टा हैं तथा गोबर से युक्त गन्धगुणवती पृथिवी ही जिनका स्वरूप है, सब भूतों की स्वामिनी उन लक्ष्मीदेवी का मैं यहाँ अपने घर में आवाहन करता हूँ ।
Laxmi Shlok, Laxmi Mantra, Mantra, Shlok, Shloks, Jayatu Sanskritam, Jayatu Bharatam, Vadatu Sanskritam, Jayatu Jayatu Bharatam, Sanskrut, Sanskrit, Subhashit, Subhasit, Subhashitani, Subhashitam, Subhashita, Subhashit Sanskrit, Subhashitani in Sanskrit, Sanskritam, Sanskrut Quotes, Sanskrit Quotes,