गुरु मंत्र

शरीरं चैव वाचं च बुद्धिन्द्रिय मनांसि च ।
नियम्य प्राञ्जलिः तिष्ठेत् वीक्षमाणो गुरोर्मुखम् ॥

Guru mantra meaning in hindi

शरीर, वाणी, बुद्धि, इंद्रिय और मन को संयम में रखकर, हाथ जोडकर गुरु के सन्मुख देखना चाहिए ।

Guru | Krishna | Jagatguru Krishna | Krushnam Vande Jagat Gurum | Guruji | Guru Purnima | Guru Poornima

%d