सुभाषितानि – चाणक्य नीति के श्लोक अर्थ सहित
माता यस्य गृहे नास्ति भार्या चाप्रियवादिनी।
अरण्यं तेन गन्तव्यं यथारण्यं तथा गृहम् ॥
चाणक्य नीति
Chanakya niti with hindi meaning
जिसके घर में न माता हो और न स्त्री प्रियवादिनी हो, उसे वन में चले जाना चाहिए क्योंकि उसके लिए घर और वन दोनों समान ही हैं ।